
दुर्ग । दुर्ग के लोहारडीह गांव में आगजनी और हत्याकांड के मामले में राजनीति शुरू हो गई है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने केंद्रीय जेल दुर्ग में 33 महिला बंदियों से मुलाकात की और उनके बयान दर्ज किए। उन्होंने बताया कि 30 महिलाओं के शरीर पर चोट के निशान हैं और कई के साथ मारपीट की गई है।
महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, “जेल में 33 महिला को गिरफ्तार कर रखा गया है। इनमें से 30 महिलाओं के शरीर पर चोट के निशान हैं। महिलाओं को अलग कमरे में ले जाकर पर्सनली उनसे बातचीत की और उन्होंने अपने कपड़े हटाकर अपने घाव दिखाए।”
उन्होंने आगे कहा, “घटना के बाद घरों में घुसकर कई निर्दोष महिलाओं को मारा गया और थाने लाकर भी उनसे मारपीट की गई है। एक महिला को गिरफ्तार कर जेल में लाया गया फिर उसकी बेटे के मौत के बाद उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया था। यह किस प्रक्रिया के तहत हुआ, इसे जानने की जरूरत है।”
किरणमयी नायक ने बताया कि कई महिलाओं के शरीर पर चोट हैं, जो बता रहे हैं कि उनके साथ में कितनी बर्बरता की गई है। इनमें कई देवरानी जेठानी है तो कई एक ही परिवार के हैं।
महिला आयोग अपनी जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस व राज्यपाल को सौंपेगी।