
डोंगरगढ़ । छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां योग, अध्यात्म और ध्यान की आड़ में गांजा तस्करी की गतिविधियां संचालित हो रही थीं। पुलिस ने प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास एक फार्महाउस में छापेमारी कर खुद को योगगुरु बताने वाले कांती अग्रवाल को गांजा बेचते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
क्या है मामला?
पुलिस को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि डोंगरगढ़ के प्रज्ञागिरी क्षेत्र में बने एक फार्महाउस में संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं। फार्महाउस को योगाश्रम के रूप में प्रचारित किया गया था, जहां स्थानीय युवाओं और आने वाले पर्यटकों को योग के बहाने गांजा और नशे का सामान उपलब्ध कराया जा रहा था। पुलिस ने जब यहां दबिश दी, तो फार्महाउस में चल रही गांजा बिक्री की पुष्टि हुई।
आरोपी का नेटवर्क
आरोपी कांती अग्रवाल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह डोंगरगढ़ का स्थायी निवासी है, लेकिन पिछले 10 वर्षों से गोवा में एक योगाश्रम संचालित कर रहा था। वह विदेशी नागरिकों को योग और ध्यान की शिक्षा देता था और दावा करता है कि उसने 100 से अधिक देशों की यात्रा की है। वह स्वयं को 10 से अधिक एनजीओ का डायरेक्टर भी बताता है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने फार्महाउस से 1.993 किलोग्राम गांजा के अलावा आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि आरोपी लंबे समय से नशा व्यापार में सक्रिय है और यह केवल एक फार्महाउस की बात नहीं, बल्कि बड़े नेटवर्क की एक कड़ी हो सकती है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 20(ख) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है और अब उसके द्वारा बताए गए एनजीओ नेटवर्क, विदेशी संपर्कों और अंतरराष्ट्रीय यात्राओं की गहन जांच कर रही है ¹।