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रविकांत मिश्रा
भिलाई: गैर सत्ताधारी दल के एक नेताजी की महकमे से लेकर सार्वजनिक मंच खूब चर्चा हो रही है. दरअसल सत्ता और पद जाने के बाद भी नेतीजी के दिमाग से सत्ता का नशा उतर नहीं रहा। इसके चलते नेताजी ने एक बड़े नेता के समर्थक से पंगा ले लिया, बस यही गलती नेताजी को भारी पड़ गई। खूफिया वालों ने नेताजी का अलगा-पिछला खोदकर रख दिया. जब चौकाने वाले तत्थ सामने आए तो सभी हक्का बक्का रह गए। नेताजी तो कब्जेधारी निकले. एक-दो मकान तो गैर सत्ता के नेताजी ने तो पूरी की पूरी स्ट्रीट पर अवैध कब्जा जमा दिया. खूब मजे से लोगों को बसाकर किराया वसूलने में लगे थे. इसके एक पखवाड़े के चले आ रहे द्वंद में भी भारी चल रहा पूर्व जनप्रतिनिध का पड़ला धड़ाम से नीचे गिरता दिख रहा है. ऐसे में यदि मौसम की तरह हम भविष्य करें तो नेताजी सत्ता और पदहीन पहले ही से थे. अब मोटी कमाई का जरिया भी छिनता दिख रहा है, ऊपर से ब्याज के रूप में नेताजी पर अपराध दर्ज होने की संभावना भी बढ़ गई है. ऐसे में नेताजी के ही चाहने वाले कहते फिर रहे हैं कि नेताजी के अब दिन लदने वाले हैं. जितना खाया उससे ज्यादा निकालना पड़ेगा।