
गोविंदा चौहान । भिलाई: जिले में सिंडिकेट बनाकर प्रतिबंधित गुटखे के काले कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है। चौक-चौराहों के अलावा स्कूल और धार्मिक संस्थानों के आस-पास लगी गुमटियों में यह आसानी से उपलब्ध हो रहा है। सफेदपोश एवं तथाकथित भाईसाहब के संरक्षण में खुलेआम काला कारोबार संचालित किया जा रहा है। इसके चलते पुलिस न किसी गोदाम तक पहुंच सकी है और न कारोबार पर खाद्य विभाग लगाम लगा सका है।
पांच साल पूर्व पुलिस ने जेवरा-सिरसा स्थित एक गोदाम से 50 लाख रुपए का माल बरामद किया। इससे पहले चंद्रा-मौर्य के पास सुपेला पुलिस ने दो ट्रक पकड़े। जबकि कोवाली पुलिस इंदिरा मार्केट से अवैध व्यापारियों पकड़ चुकी है,लेकिन अब ऐसा क्या हो गया कि पुलिस और खाद्य विभाग को शहर में प्रतिबंधित गुटखा बिकता नजर नहीं आ रहा है। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते गुटखा माफिया तथाकथित सेठ सिंडिकेट बनाकर न्यायालय द्वारा प्रतिबंधित किए गए तंबाकू मिश्रित गुटखा की खुलेआम बिक्री कर लोगों को मौत के मुहाने तक भेजने का काम कर रहा है। बाबजूद जिले में तैनात अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही। इसके अलावा सिविल ड्रेस वाली पुलिस भी गुटखा माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने से कतराती है। सूत्रों के मुताबिक कथित महीनेदारी की वजह से महकमे के लोग लक्ष्मण रेखा पार करने से कतरा रहे हैं।