गोविंदा चौहान । भिलाई ।देवेंद्र यादव, भिलाई के विधायक, को बलौदाबाजार हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया है और 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। यह गिरफ्तारी बलौदाबाजार पुलिस द्वारा की गई थी, जो यादव के खिलाफ लगातार नोटिस जारी कर रही थी।

गिरफ्तारी से पहले, यादव ने आरोप लगाया था कि पुलिस सतनामी समाज के युवाओं पर उन्हें गलत बयान देने के लिए दबाव डाल रही है। उन्होंने कहा था कि वे अपने राजनीतिक काम छोड़कर बार-बार बयान दर्ज कराने बलौदाबाजार नहीं जाएंगे।
यादव को पहले भिलाई से गिरफ्तार किया गया था और फिर बलौदाबाजार की अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने उन्हें 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, जहां पुलिस उनसे पूछताछ करेगी।
इस गिरफ्तारी के बाद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और यादव को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। यादव के खिलाफ कोयला घोटाला और कथित एमएमएस मामले की भी जांच चल रही है।
भिलाई में क्या-क्या हुआ?
बलौदाबाजार पुलिस भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर पहुंची थी। पहले तो निवास के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद रही जिसने पुलिस को अंदर नहीं जाने दिया। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज भी उनके निवास पहुंचे।
दीपक बैज, अरुण वोरा समेत कई नेताओं के आने के बाद पुलिस अफसरों से करीब 2-3 घंटे बातचीत चली। इसके बाद देर शाम पुलिस बल बुलाया गया और आखिरकार देवेंद्र यादव को उनके आवास से गिरफ्तार कर पुलिस बलौदाबाजार रवाना हुई।
बलौदाबाजार में क्या-क्या हुआ?
गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र यादव को बलौदाबाजार के पुलिस लाइन स्थित आजाक थाने लाया गया। इसके बाद रात 10 बजे विधायक देवेंद्र यादव को लेकर पुलिस सीजेएम कोर्ट में पेश करने पहुंची। इस दौरान जिला एवं सत्र न्यायालय और पुलिस कंट्रोल रूम के सामने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। रात में करीब दो से तीन हजार कांग्रेसी कार्यकर्ता कार्रवाई के विरोध में नारेबाजी करते रहे।
पुलिस ने कोर्ट से न्यायिक रिमांड की मांग की जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस न्यायिक रिमांड पर रायपुर जेल शिफ्ट के लिए लेकर रवाना हुई। 7 दिन बाद फिर से कोर्ट में उन्हें पेश किया जाएगा।
बलौदाबाजार हिंसा मामले में कई नोटिस जारी हुए
गिरफ्तारी के दौरान दीपक बैज, अरुण वोरा समेत युवा कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद थे। वहीं पुलिस अफसरों में बलौदाबाजार ASP अभिषेक सिंह, TI बलौदाबाजार के अलावा दुर्ग ASP अभिषेक झा, ASP सिटी सुखनंदन राठौर भी मौजूद थे।
बलौदाबाजार हिंसा मामले में देवेंद्र यादव को लगातार नोटिस जारी किया गया था। चौथी बार नोटिस जारी होने के बाद विधायक ने बयान देने जाने से मना किया। उन्होंने कहा था कि पुलिस को जो भी बयान लेना है, उनके पास आए और लेकर जाए।
जेल में बंद युवाओं पर बनाया जा रहा गलत बयान का दबाव
गिरफ्तारी से पहले देवेंद्र यादव ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि जेल में बंद सतनामी समाज के युवाओं को मेरे खिलाफ जबरन बयान देने के लिए धमकाया जा रहा है। उनसे ये बोलने को कहा जा रहा है कि देवेंद्र यादव 12 गाड़ियों में भरकर लोगों के साथ आए थे।
देवेंद्र यादव एक बार 22 जुलाई को बलौदाबाजार पहुंचकर बयान दर्ज भी करा चुके हैं। विधायक के मुताबिक वो अपने राजनीतिक काम छोड़कर बार-बार बयान दर्ज कराने बलौदाबाजार नहीं आएंगे। मैंने अपना जवाब पुलिस को भेज दिया है। जरूरत पड़ने पर मैं राज्यपाल से मुलाकात करूंगा। न्यायालय की सहायता से इसका सामना करूंगा।
3 मामलों की एक साथ चल रही जांच
देवेंद्र यादव के खिलाफ बलौदाबाजार हिंसा का पहला मामला जांच में नहीं है, उनके खिलाफ कोयला घोटाला और कथित MMS मामले की भी जांच चल रही है। कुछ दिन पहले भिलाई नगर पुलिस ने भी उन्हें नोटिस जारी कर फोटो वीडियो के लिए थाने बुलाया था।
देवेंद्र वहां भी दोबारा बयान दर्ज कराने नहीं गए। उन्होंने कहा वह थाने जाकर अपना बयान एक बार दे दिए हैं। लिखित में भी दिया है कि जांच में जो भी आगे पूछताछ या जानकारी चाहिए, उनके कार्यालय में आकर ले लें।
देवेंद्र यादव को 3 बार मिल चुका है नोटिस
कलेक्ट्रेट में आगजनी के मामले में पूछताछ के लिए बलौदाबाजार पुलिस देवेंद्र यादव को तीन बार नोटिस जारी कर चुकी है। इसके बाद देवेंद्र यादव ने बलौदाबाजार जाकर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की थी।