
जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में एक बेटे ने इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली वारदात को अंजाम दिया है। पारिवारिक विवाद और पैसों के झगड़े में आरोपी बेटे ने पहले अपने माता-पिता की बेरहमी से हत्या की, फिर शवों के टुकड़े कर उन्हें सीमेंट की बोरियों में भरकर नदियों में फेंक दिया।
यह सनसनीखेज मामला जफराबाद थाना क्षेत्र के अहमदपुर गांव का है, जहां श्याम बहादुर (65) अपनी पत्नी बबिता (63) के साथ रहते थे। उनका बेटा अंबेश कुछ समय पहले कोलकाता से अकेला घर लौटा था। घर में मां-बाप और बेटा ही रहते थे। बताया जा रहा है कि पैसे और जमीन को लेकर अंबेश का आए दिन माता-पिता से विवाद होता रहता था।
पुलिस जांच में सामने आया कि 8 दिसंबर की रात अंबेश ने लोहे के बट्टे से पहले मां के सिर पर वार किया। पिता ने जब किसी को फोन कर मदद मांगने की कोशिश की तो बेटे ने उनके सिर पर भी ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया और बाद में रस्सी से गला घोंट दिया। हत्या के बाद आरोपी ने घर के बेसमेंट में रखी आरी से दोनों शवों के तीन-तीन टुकड़े किए और उन्हें छह सीमेंट की बोरियों में भर दिया।
इसके बाद आरोपी ने अपने माता-पिता के कपड़ों से फर्श साफ किया और कार से शवों को ले जाकर बेलाव पुल से गोमती नदी में फेंक दिया। मां के शव का एक टुकड़ा बोरी में नहीं आ पाया, जिसे उसने वाराणसी जाते समय सई नदी में फेंक दिया। वारदात के बाद अंबेश जौनपुर और वाराणसी में घूमता रहा और परिजनों को गुमराह करता रहा।
इधर, जब कई दिनों तक माता-पिता से संपर्क नहीं हो सका तो बेटी वंदना ने 13 दिसंबर को जफराबाद थाने में माता-पिता और भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने सर्विलांस के जरिए अंबेश को 15 दिसंबर को बरामद किया, लेकिन पूछताछ के दौरान उसके बार-बार बयान बदलने से पुलिस को शक हुआ। कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक नगर आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी ने सीन रीक्रिएशन के दौरान वारदात की पूरी कहानी बताई है। अब तक पिता के शव का एक टुकड़ा गोताखोरों की मदद से बरामद कर लिया गया है, जबकि अन्य हिस्सों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।