
रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से दो नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद हड़कंप मच गया है। नक्सली दंपति के पकड़े जाने के बाद खुलासा हुआ है कि ये दोनों राजधानी में बार-बार ठिकाने बदलकर मजदूर बनकर किराए के मकानों में रह रहे थे।
पुलिस और स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) की कार्रवाई में नक्सलियों के पास से सोने के बिस्किट और नकदी बरामद हुई है।
13 लाख रुपए के इनामी नक्सली
गिरफ्तार दंपति की पहचान जग्गू कुरसाल और कमल कोरसम के रूप में हुई है। दोनों पर कुल 13 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
- जग्गू पर 8 लाख रुपए का इनाम है।
- कमल पर 5 लाख रुपए का इनाम है।
दोनों बीजापुर के रहने वाले हैं और 3 महीने से रायपुर में मजदूर बनकर रह रहे थे। इन्हें 23 सितंबर को SIA ने गिरफ्तार किया और 26 सितंबर को पूरे मामले का खुलासा किया गया।
चंगोराभाटा में किराए के मकान में रह रहे थे
पुलिस के मुताबिक, दंपति रायपुर के चंगोराभाटा इलाके में हेमंत देवांगन के घर किराए पर रह रहा था। इससे पहले ये रायपुरा, सरोना, उरकुरा, उरला, भिलाई और दुर्ग में भी रह चुके थे।
रायपुर में इससे पहले भी हुई थी नक्सलियों की गिरफ्तारी
- 2005 में टांगणिया इलाके से केंद्रीय कमेटी के सदस्य नारायण सान्याल गिरफ्तार किए गए थे।
- 2008 में दंगाणिया के महिला छात्रावास से के एस शांति प्रिया उर्फ मालती और मीना चौधरी उर्फ गीता चौधरी को पकड़ा गया था। शांति प्रिया हाल ही में अबूझमाड़ में मारे गए केंद्रीय कमेटी मेंबर कट्टा रामचंद्र रेड्डी की पत्नी थी।