
तरनतारन। पंजाब पुलिस ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान समर्थित एक अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। तरनतारन जिले के लखना गांव में की गई इस ऑपरेशन के तहत दो संदिग्धों – सूरजपाल सिंह और अर्शदीप सिंह – को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से छह अत्याधुनिक हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पंजाब पुलिस ने इस ऑपरेशन की जानकारी अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर साझा की है। बरामद हथियारों में दो पीएक्स 5 .30 बोर पिस्तौल और चार 9 एमएम की ग्लॉक पिस्तौलें शामिल हैं। इन अत्याधुनिक हथियारों के साथ बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस भी मिले हैं, जिससे इस मॉड्यूल के खतरनाक मंसूबों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जांच से साफ हो गया है कि यह मॉड्यूल सीमा पार स्थित पाकिस्तानी नेटवर्क से जुड़ा हुआ था, जिसका मकसद पंजाब के भीतर हथियारों की सप्लाई कर अस्थिरता फैलाना था। इस मामले में तरनतारन पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
तरनतारन पुलिस अब इस मॉड्यूल से जुड़े बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की पहचान में जुटी है। बैकवर्ड लिंकेज का अर्थ है कि हथियार कहां से और किस माध्यम से भारत में आए, जबकि फॉरवर्ड लिंकेज का मतलब उन व्यक्तियों या संगठनों से है जिन्हें यह हथियार सप्लाई किए जाने थे।
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि पंजाब को अस्थिर करने की मंशा रखने वाले किसी भी नेटवर्क को राज्य में पनपने नहीं दिया जाएगा। यह ऑपरेशन राज्य की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
इससे पहले, 1 जून को पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI समर्थित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के जबरन वसूली मॉड्यूल को ध्वस्त किया था। अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने उस मामले में जीवन फौजी से जुड़े दो आरोपियों करजप्रीत सिंह और गुरलाल सिंह उर्फ हरमन को गिरफ्तार किया था।
डीजीपी गौरव यादव ने इन ऑपरेशनों को पंजाब में आतंकवाद और अवैध तस्करी के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस राज्य की शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत है और भविष्य में भी ऐसे नेटवर्क के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाते रहेंगे।