
दुर्ग, । दुर्ग जिले की घुघसीडीह ग्राम पंचायत की निवासी माधुरी देवांगन, निलेश्वरी बघेल पहले आर्थिक तंगी से बुरी तरह जूझ रही थीं। उनके पति एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं, लेकिन आमदनी इतनी नहीं थी कि घर का खर्च ठीक से चल पाए। रोज़मर्रा की बढ़ती ज़रूरतें और बच्चों की पढ़ाई जैसे ज़िम्मेदारियों ने परिवार पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया था। पंचायत के सहयोग एवं मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत घुघसीडीह में मनरेगा जॉब कार्ड के लिए उन्होंने आवेदन दिया। उनके आवेदन पर त्वरित कार्यवाही करते हुए ग्राम मचान्दुर में आयोजित समाधान शिविर में माधुरी देवांगन, निलेश्वरी बघेल को मनरेगा योजना के अंतर्गत जॉब कार्ड प्रदान किया गया।
श्रीमती माधुरी देवांगन ने कभी सोचा नहीं था कि गांव में रहकर भी सम्मान के साथ घर चला पाएगी। इस कार्ड के माध्यम से उन्हें गांव में चल रहे निर्माण एवं विकास कार्यों में रोजगार का अवसर मिलेगा। अब माधुरी वर्ष में 100 दिनों तक मनरेगा के तहत कार्य कर सकती हैं, जिससे उन्हें नियमित मजदूरी मिलेगी और घर की जरूरतें पूरी हो पाएंगी। उन्होंने मुस्कुराते हुए बताया अब मनरेगा में काम मिलने से बच्चों की पढ़ाई का खर्च निकलेगा और घर का राशन समय पर आ सकेगा। पहले जो मुश्किलें थीं, अब उनसे बाहर निकलने से दूर हो सकेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन की आभारी हूं, जिन्होंने हम जैसे ग्रामीण परिवारों के हाथों को काम दिया।