
गाली-गलौज से शुरू हुआ विवाद बना हत्या की वजह
दबिश देकर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया
दुर्ग । दिनांक 09.04.25 को शांति खुटियारे, उम्र 59 वर्ष, निवासी ग्राम छाटा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 08.05.2025 की रात करीब 8:30 बजे उसका बेटा हरकिशन बस्ती की ओर से मोटरसाइकिल से घर आ रहा था। पड़ोस में रहने वाली नुपुर अपने बच्चे, पति और दोनों देवरों के साथ सड़क किनारे बैठी थी। हरकिशन के पास से निकलने पर नुपुर ने उसे गाली देते हुए कहा कि तू गाड़ी कैसे चला रहा है, मेरे बच्चे को मार डालेगा क्या।
इसके बाद नुपुर का पति शंकर, शंकर के भाई प्रदीप और ज्ञानेश्वर वहां आ गए। प्रदीप स्टील का पाइप, शंकर और ज्ञानेश्वर डंडा लेकर आए और घर के दरवाजे के सामने हरकिशन का कॉलर पकड़कर खींचते हुए बेदम मारपीट करने लगे और उसे रोड किनारे बनी पक्की नाली में जोर से धकेल दिया। इससे हरकिशन बेहोश हो गया और सभी आरोपी वहां से भाग गए।
शांति और उसकी बहू सोनी ने हरकिशन को नाली से उठाकर घर लाया और पलंग पर सुला दिया। जब उसे खाना खाने के लिए उठाया गया तो वह नहीं उठा। बाद में अस्पताल ले जाने पर पता चला कि हरकिशन की आंतरिक चोटों से मृत्यु हो चुकी है।
इस रिपोर्ट पर थाना उतई में अपराध क्रमांक 177/2025 धारा 296, 115(2), 105, 3(5) BNS के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम ने तत्काल दबिश देकर चारों आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ में सभी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी:
- शंकर घटे, उम्र 30 वर्ष
- नुपुर घटे, उम्र 25 वर्ष
- प्रदीप भोगरे, उम्र 20 वर्ष
- ज्ञानेश्वर भोगरे, उम्र 24 वर्ष
(सभी मूल निवासी – थाना कुरा, जिला जलगांव, महाराष्ट्र / वर्तमान पता – ग्राम छाटा, जिला दुर्ग)
पुलिस टीम की भूमिका सराहनीय रही, जिनमें प्रमुख रूप से:
थाना प्रभारी विपिन रंगारी, उप निरीक्षक कमल सिंह सेंगर, प्रमोद कुमार सिन्हा, प्रधान आरक्षक महेश देवांगन, आरक्षक धुवनारायण चंद्रकार, राजीव दुबे, दुष्यंत लहरे, हुलेश्वर साहू, मुकेश यादव, दिलीप सिदार, लक्ष्मी नारायण, शिखर भट्ट, महिला आरक्षक पूजा सोनकर व बिंदु भाले शामिल रहे।