
बस्तर, रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज बस्तर कलेक्ट्रेट के प्रेरणा सभागार में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने विभिन्न योजनाओं की प्रगति की गहराई से समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनकल्याणकारी योजनाएं लाभार्थियों तक बिना किसी बाधा के पहुंचें और तय लक्ष्यों को समय पर पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर अब ठहराव नहीं, बल्कि निरंतर विकास की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने बस्तर को पिछड़ेपन की छवि से निकालकर नए भारत की संभावनाओं का प्रवेशद्वार बताया। आयुष्मान भारत, आधार कार्ड, आवास योजनाएं और विद्युतीकरण जैसी योजनाओं को उन्होंने आमजन की गरिमा और सुरक्षा की गारंटी करार दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि बस्तर के युवाओं को केवल कौशल नहीं, बल्कि स्वाभिमान देना सरकार का उद्देश्य है। “हर घर में उजाला, हर हाथ में रोजगार, हर दिल में विश्वास” को उन्होंने बस्तर की नई पहचान बताया।
मुख्यमंत्री ने नक्सल उन्मूलन को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और बताया कि केंद्र सरकार के सहयोग से इस कार्य को 31 मार्च 2026 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने सुरक्षा बलों की भूमिका को भी सराहा।
शिक्षा सत्र की शुरुआत से पहले उन्होंने जाति प्रमाणपत्र प्रक्रिया को सरल और समयबद्ध बनाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती, दवाओं की उपलब्धता और मोबाइल नेटवर्क की समस्या के स्थायी समाधान पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर में उद्योगों की स्थापना हेतु अनुसूचित जाति, महिलाओं और स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे स्वावलंबन को बढ़ावा मिले। जगदलपुर एयरपोर्ट से नियमित उड़ानों के प्रयास, राष्ट्रीय राजमार्गों पर तेजी से हो रहा काम, और अपूर्ण योजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने की दिशा में सरकार सक्रिय है।
बैठक में जानकारी दी गई कि आयुष्मान भारत योजना में 87.24% और आधार कार्ड निर्माण में 96.37% उपलब्धि दर्ज की गई है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में 93.37%, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में 82.88% और किसान क्रेडिट कार्ड योजना में 91.55% लक्ष्य प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि कोई भी पात्र हितग्राही आवास योजना से वंचित न रह जाए और सभी निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक पूरे कर लिए जाएं। साथ ही, पंचायतों के माध्यम से निर्माण सामग्री की आपूर्ति की रणनीति पर भी बल दिया गया।
विद्युतीकरण के क्षेत्र में बस्तर संभाग ने उल्लेखनीय प्रगति की है, जिसमें कांकेर जिला शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य तक पहुंच चुका है, और अन्य जिलों में दिसंबर 2025 तक लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक के अंत में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की बातों को गंभीरता से सुनने, संवेदनशीलता के साथ कार्य करने और युवाओं को कौशल विकास योजनाओं से जोड़कर उन्हें रोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी कहा कि बस्तर आज विकास के नए दौर में प्रवेश कर चुका है और सभी निर्माण कार्य बारिश से पहले पूरे करने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए।