
दुर्ग । दुर्ग जिले में लगातार हो रही वाहन चोरी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) सुखनंदन राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग चिराग जैन और उप पुलिस अधीक्षक (क्राइम) अजय कुमार सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दुर्ग विजय यादव व एसीसीयू से नरेंद्र सिंह राजपूत के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई।
टीम ने संदिग्धों पर नजर रखी और मुखबिरों को सक्रिय किया। जेल से छूटे आदतन अपराधियों पर भी निगरानी रखी जा रही थी। इसी दौरान पाटन पुल, उतई के पास एक सफेद एक्टिवा पर जा रहे दो संदिग्धों को रोका गया। वाहन से जुड़े दस्तावेज न होने पर सशक्त ऐप से इंजन और चेसिस नंबर की जांच की गई, जिससे पता चला कि यह वाहन चोरी का है और थाना दुर्ग में इसका मामला दर्ज है।
गिरफ्तार व्यक्तियों ने अपने नाम हिमालय राज तिवारी और रवि रामटेके बताए। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने कुल चार वाहन चोरी करना स्वीकार किया—एक स्कूटर नयापारा, थाना दुर्ग क्षेत्र से, दो मोटरसाइकिल पुलगांव क्षेत्र से, और एक मोटरसाइकिल लोहारा, बालोद से। हिमालय राज तिवारी अपनी मां के पास दुर्ग और बम्हनी के बीच आता-जाता रहता था और इसी दौरान अपने साथी के साथ चोरी की वारदातों को अंजाम देता था।
गिरफ्तार आरोपियों से चोरी की गई सभी मोटरसाइकिल और एक्टिवा बरामद कर जब्त कर ली गई हैं। मामले की आगे की जांच थाना दुर्ग द्वारा की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी:
- हिमालय राज तिवारी (33 वर्ष), निवासी बम्हनीभाठा, थाना डोंगरगांव, जिला राजनांदगांव
- रवि रामटेके (40 वर्ष), निवासी बीडी कॉलोनी, उरला, थाना मोहन नगर, जिला दुर्ग
इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारी:
पंकज चतुर्वेदी, राजकुमार चंद्रा, रोहन दुबे, चित्रसेन साहू, अजय ढीमर और चेतन साहू.