बरेली में अनोखा लुटेरा गैंग: खूबसूरत महिलाओं के जाल में फंसाकर करते थे लूट, पुलिस ने किया भंडाफोड़

पति-पत्नी की शातिर जोड़ी बैंक ग्राहकों को बनाती थी शिकार, लूटपाट का खुलासा

उत्तर प्रदेश। बरेली में एक अनोखे लुटेरा गैंग का खुलासा हुआ है, जो बैंक से पैसे निकालने वाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर लूटपाट करता था। इस गैंग में पति-पत्नी की जोड़ियां शामिल थीं, जो एक सुनियोजित तरीके से भोले-भाले लोगों को फंसाकर उनकी गाढ़ी कमाई लूट लेते थे। गिरोह की महिलाओं को सजाकर और संवारकर ऑटो में बैठाया जाता था, ताकि वे आम सवारी की तरह दिखें और बैंक से निकले लोगों को आसानी से अपने जाल में फंसा सकें।

कैसे देते थे वारदात को अंजाम?

  • गैंग के सदस्य बैंकों के बाहर ऑटो लेकर खड़े रहते थे और अंदर से पैसे निकालकर बाहर आने वाले लोगों पर नजर रखते थे
  • गिरोह में शामिल महिलाएं आकर्षक कपड़े और मेकअप कर ऑटो में बैठी रहती थीं, ताकि उन्हें देख लोग जल्दी भरोसा कर लें।
  • जैसे ही कोई व्यक्ति बैंक से पैसे निकालकर बाहर आता, गैंग के सदस्य उसे अपने ऑटो में बैठने के लिए बहकाने लगते।
  • पहले से मौजूद महिलाएं भोले-भाले लोगों को भरोसे में लेकर ऑटो में बैठने में मदद करतीं
  • जब शिकार ऑटो में बैठ जाता, तो लुटेरे उसे सुनसान जगह ले जाकर नकदी और कीमती सामान लूट लेते थे
  • लूट के बाद आरोपी फरार हो जाते और फिर अगले शिकार की तलाश में लग जाते।

गिरोह में कौन-कौन था शामिल?

पुलिस जांच में सामने आया कि इस गैंग को नूरी और उसकी दोस्त शबा चलाती थीं, जो अपने-अपने पतियों के साथ मिलकर लूट की वारदातों को अंजाम देती थीं। गिरोह में कुल पांच लोग शामिल थे:

  1. आदिल और शबा (पति-पत्नी)
  2. असगर और नूरी (पति-पत्नी)
  3. उस्मान अली (गिरोह का सलाहकार)

इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड उस्मान अली था, जो महीने की पहली और दूसरी तारीख को बैंकों में जाकर पेंशन और तनख्वाह निकालने वाले लोगों की रेकी करता था। वह पूरी जानकारी अपने साथियों को देता था, जो मौके पर पहुंचकर अपने-अपने ऑटो में पत्नी को सवारी के रूप में बिठाकर शिकार का इंतजार करते थे

पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड़

  • पिछले एक साल से बरेली में बैंक से पैसे निकालने वाले लोगों के साथ लूटपाट की घटनाएं बढ़ रही थीं
  • पुलिस और एसओजी टीम ने इन घटनाओं की गहराई से जांच शुरू की।
  • बैंक के बाहर लगे CCTV कैमरों की मदद से पुलिस को संदिग्ध गतिविधियों का सुराग मिला।
  • पुलिस ने जब पीछा किया, तो गिरोह के सदस्य रंगे हाथों पकड़ लिए गए।

अब तक 8 वारदातों को दिया अंजाम, लाखों की लूट की कबूली बात

बरेली एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि गिरोह ने 8 लूटपाट की घटनाओं को कबूल किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 93,000 रुपये की नकदी बरामद की। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लंबे समय से इस तरीके से लूटपाट कर रहे थे और हर महीने नई चाल अपनाते थे। पुलिस अब इस मामले की और भी गहराई से जांच कर रही है।

सबक: सावधान रहें, अनजान ऑटो में बैठने से पहले सोचें!

अगर आप बैंक या किसी अन्य जगह से पैसे निकालकर बाहर आते हैं, तो अनजान वाहनों में बैठने से बचें। किसी भी तरह के धोखे से सतर्क रहें और जरूरत पड़ने पर पुलिस को सूचना दें

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