
बिहार के रोहतास जिले में एक छापेमारी के दौरान छत्तीसगढ़ की 41 नाबालिग लड़कियां देह व्यापार के धंधे में लिप्त मिलीं। इन लड़कियों में से तीन दुर्ग जिले की भी हैं। पुलिस ने सभी लड़कियों को अपने कब्जे में लेकर एक एनजीओ के हवाले कर दिया है।
दुर्ग पुलिस की टीम ने रोहतास जाकर लड़कियों से मिलकर पूछताछ की। लड़कियों ने बताया कि उनके साथ कोई देह व्यापार नहीं कराया जा रहा था, बल्कि वे नाचने गाने का काम करती हैं। लड़कियों ने बताया कि उनके माता-पिता ने उन्हें पैसा कमाने के लालच में बिहार भेजा था।
पुलिस के अनुसार, लड़कियों के माता-पिता ने 30 से 50 हजार रुपये में अपनी बेटी का सौदा कर दिया था। पहले इन्हें ऑर्केस्ट्रा में डांस करने के लिए लाया गया, फिर जबरन गलत काम करवाया जाने लगा। इससे होने वाली कमाई का कुछ हिस्सा लड़कियों के माता-पिता को भी भेजा जाता था।
दुर्ग पुलिस की टीम लड़कियों को लेकर दुर्ग लाएगी। ऐसा कहा जा रहा है कि टीम बच्चियों को लेकर 13 मार्च की रात तक पहुंच जाएगी। छत्तीसगढ़ पुलिस की कई टीमें रोहतास भेजी गई हैं, जो लड़कियों को लेकर वापस आएंगी।