
भिलाई । भिलाई के जामुल थाना क्षेत्र के ढौर गांव में एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान ने सुसाइड नोट भी छोड़ा, जिसमें भू-माफिया प्रदीप यादव, इंद्रजीत यादव और राहुल सिन्हा का नाम है।
किसान के परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने मर्ग कायम कर केस डायरी को दबा दिया है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।

किसान की पत्नी
किसान की पत्नी और मां ने बताया कि उनके पति/पुत्र को भू-माफिया प्रदीप यादव, इंद्रजीत यादव और राहुल सिन्हा ने जमीन का सौदा कर लिया था, लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी उन्होंने जमीन के पैसे नहीं दिए। इसके चलते किसान परेशान था और उसने आत्महत्या कर ली।

किसान की मां
किसान की मां ने बताया कि उनके बेटे को बवासीर की बीमारी थी। वह उससे काफी परेशान था। एक बार ऑपरेशन कराया उसके बाद भी बीमारी से निजात नहीं मिली। उसने जमीन के पैसों के लिए बिल्डरों से बात की, लेकिन उन्होंने इलाज तक के लिए रुपए नहीं दिए।
पुलिस ने सुसाइड नोट को हैंडराइटिंग मिलान के लिए रायपुर स्थित एफएसएल कार्यालय भेजा था, लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट नहीं आई है। परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है और मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।
इस मामले में जामुल पुलिस से जानकारी ली गई तो पता चला कि तत्कालीन थाना प्रभारी ने मामले में केस दर्ज किया था। इसके बाद उन्होंने 19 जून 2024 को सुसाइड नोट को हैंडराइटिंग मिलान के लिए रायपुर स्थित एफएसएल कार्यालय भेजा था। लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट नहीं आई है।