
भिलाई । भिलाई इस्पात संयंत्र के उद्यानिकी विभाग के मैत्री बाग में वन्यप्राणी विनिमय के अंतर्गत दो मगरमच्छ और चार बार्किंग डियर लाए गए हैं। यह विनिमय सेंट्रल जू ऑथोरिटी की अनुमति से किया गया है, जिसमें भिलाई के मैत्री बाग जू और बिलासपुर के कानन पेंडारी जू के मध्य 20 सांभरों के बदले में इन जानवरों को लाया गया है।
मैत्री बाग में लाए गए एक नर मगरमच्छ की लंबाई 8 से 9 फीट है, जो एक साल्ट/फ्रेश वाटर क्रोकोडाइल है। यह मस्क क्रोकोडाइल की तुलना में काफी लंबा और वजनी होता है। साल्ट/फ्रेश वाटर क्रोकोडाइल ज्यादातर पानी में रहना पसंद करते हैं और ठंड के मौसम में ग्रास्पिंग करने पानी से बाहर आकर धूप में बैठते हैं। कभी-कभी यह काफी लंबे समय (3-4 घंटे) के लिए धूप में रहना पसंद करते हैं। इनकी औसत आयु 40-50 वर्ष की होती है।
बार्किंग डियर, जो हिरणों की सबसे छोटी प्रजाति है, अपने आसपास शेर या तेंदुआ होने पर कुत्तों की तरह आवाज निकलकर अपने अन्य साथियों को सतर्क करते हैं। इनकी केनाइन टिथ काफी बड़े होते हैं, जिसके कारण कभी-कभी ये आपसी लड़ाई में अपने साथियों को घायल भी कर देते हैं। मैत्री बाग में लाए गए बार्किंग डियर की आयु 5-6 वर्ष है। इनकी औसत आयु 10-12 वर्ष की होती है।
मैत्री बाग जू प्रबंधन द्वारा 1 जोड़ी भालू, 2 ऑस्ट्रिच तथा 1 जोड़ी मोर को भिलाई लाने हेतु सेंट्रल जू ऑथोरिटी को प्रस्ताव भेजा गया है। यह सभी जानवर 20 सांभरों के विनिमय में ही शामिल हैं।