
बीकानेर । राजस्थान के बीकानेर से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने चोरों को नहीं पकड़ा…बल्कि खुद चोरों ने पुलिस को फोन कर बुलाया और अपने साथ ले जाने को कहा. एक मकान में चोरी करने गए चोरों को ग्रामीणों ने घेर लिया. अपनी जान जोखिम में देख चोरों ने पुलिस से मदद मांगी.
कोलायत एसएचओ लखबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बिचलाबास में मदनलाल पुत्र मोहनलाल पारीक के पिता मोहनलाल का हुरुवार को निधन हो गया था. इसलिए वे पास में ही रहने वाले अपने दो अन्य भाइयों के घर रहने चले गए. रात करीब 3 बजे वह किसी काम से वापस अपने घर आए तो अंदर कुछ आवाजें सुनाई दी. इसके बाद उन्होंने मोहल्ले एवं अपने रिश्तेदारों को बुलाया. सभी ने घर को घेर को चारों तरफ से घेर लिया और चोरों को बाहर आने को कहा.
चोरों के छूटे पसीने भीड़ को देख चोर काफी डर गए. उन्होंने वहां मौजूद लोगों के गुस्से से बचने के लिए पहले खुद को कमरे में बंद किया और फिर पुलिस कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर फोन कर पुलिस से मदद मांगी. कंट्रोल रूम में फोन कर उन्होंने कहा कि वे कोलायत में एक घर में चोरी करने आए थे. गांव वालों ने उन्हें घेर लिया है. जल्दी पुलिस को भेजो, वरना लोग उन्हें मार डालेंगे.
पुलिस कंट्रोल रूप में ड्यूटी अधिकारी ने पहले तो इसे मजाक समझा, लेकिन जब चोरों ने दोबार कॉल की तो पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस कंट्रोल रूम ने तुरंत कोलायत पुलिस को मामले की जानकारी दी. चोरों ने किया सरेंडर सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस टीम ने वहां चोरों से बात की और उन्हें कमरे से बाहर निकाला. दोनों चोरों को पुलिस थाने ले आई. चोरों ने लोगों से हाथ जोड़ कर माफी मांगी और हर्जाना भरने को कहा.
कोलायत एसएचओ लखबीर सिंह ने कहा कि पुलिस ने सरदार शहर के वार्ड नंबर 14 निवासी इन्द्रराज (40) पुत्र धर्मपाल कुम्हार, फाजिल्का के अबोहर तहसील के भाववाला निवासी सज्जन कुमार (39) पुत्र हंसराज कुम्हार को गिरफ्तार किया है. दोनों पर पहले से चोरी के कई मामले दर्ज हैं.