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अंकिता जैन lभिलाई। पुलिस महकमे में पिछले दिनों हुआ एक वाक्या सभी की जुबान पर अभी हॉट केक बना हुआ है. दरअसल उक्त थाने की थानेदार साहिबा को पैसों की खनक कुछ ज्यादा ही प्यारी लगती है. इसके चलते थानेदार साहिबा को पैसों की खनक से हद से ज्यादा प्यार है, जबकि क्राइम वाले यही सोचते रह गए कि तरबूजा कटेगा तो बंटेगा.
इसलिए मैडम को जैसे ही प्रकरण में बड़े पैसे के लेने देन की भनक लगी तो उन्होंने रकम अंदर करने प्रार्थी के बाप को थाने में बिठा दिया। मरता न क्या करता, बेचारे ने बाद को छुड़ने के लिए मुंह मांगी रकम अदा करके बात को छुड़ा लिया.
लेकिन दोस्तों मामला यहीं खत्म नहीं होता। ये बस शुरुआत है. बहन जी से पहले प्रार्थी क्राइम ब्रांच के पास अपनी अर्जी लगा चुका था. उसके साथ हुए कारनामे को सुनकर क्राइम से अफसर से लेकर सिपाही के मुंह में पानी तो आ ही गया, सो मामले की तह तक जाने के लिए उस प्रार्थी के बातए आरोपियों की धर लिया. मामले में प्राथमिक दर्ज कराने के बाद बड़े बागड़ बिल्लों तक पहुंचने की ख्वाइश में अफसरों ने आरोपियों को थाने में धरा दिया. लेकिन उन्हें क्या पता था कि खनक की दीवानी मैडम उस मामले में भी खेल कर देगी. सो अंत में क्राइम वाले आपस में कहते फिर रहे हैं कि न माया मिली न राम. बड़े अफसर से लेकर सिपाही तक इस मामले में हाथ मलते रह गए.