गोविन्दा चौहान ।यह मामला बिहार के मुजफ़्फ़रपुर ज़िला का है, जश्न के एक मौके पर एक दर्जन से ज्यादा नौजवानों ने हाथों में पिस्तौल लेकर जमकर फायरिंग की। लड़के सिगरेट के धुएं का छल्ला उड़ा रहे थे और फायरिंग भी कर रहे थे। इसी का एक छोटा सा वीडियो बनाकर किसीने वायरल कर दिया जो पुलिस के हाथ लग गई। वीडियो आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई। वीडियो के आधार पर स्थानीय थाना और चौकीदार की मदद से पुलिस ने चार आरोपियों की पहचान कर ली है जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया है। यह आरोपी छंटे हुए अपराधी हैं। लूट कांड, आर्म्स एक्ट जैसी वारदातों में पहले भी जेल जा चुके हैं। पुलिस ने इनके ठिकानों पर छापेमारी की कर दबोच लिया।
बिहार में कानूनी तौर पर हर्ष फायरिंग प्रतिबंधित है। किसी भी मौके पर लाइसेंसी अथवा गैर लाइसेंसी हथियारों से भीड़ भाड़ या अकेले में फायरिंग करना अपराध की श्रेणी में आता है।
