जांच में शिकायतकर्ता ही दोषी निकाला, निगम ने गिराई दीवार

गोविन्दा चौहान । रिसाली नगर पालिक निगम ने जांच के बाद शिकायतकर्ता को ही दोषी पाया। वह नाली की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा था। निगम के तोड़ू दस्ता टीम ने दीवार हटाकर पानी निकासी का रास्ता बनाया।
नेवई खदान पारा वार्ड 34 निवासी प्रहलाद वर्मा ने शिकायत की थी कि बारिश का पानी उसके घर के सामने एकत्र हो रहा है। पानी निकासी नहीं होने से घर की दीवार ढह सकती है। पड़ोसी पानी निकासी करने नहीं दे रहे है। आवेदन की जांच में खुलासा हुआ कि प्रमोद वर्मा ने ही पानी निकासी के रास्ते पर अतिक्रमण कर रखा है। वह नाली को घेर ईट की दीवार खड़ी कर रखा है। यही वजह है कि पड़ोसी भी दीवार को हटाने कह रहे है। निगम ने दीवार तोड़कर पहले नाली की जमीन को मुक्त कराया और पानी निकासी संसाधन तैयार किया। इसी तरह मैत्रीकुंज स्थित पानी टंकी के नीचे 1000 वर्ग फीट अतिक्रमण हुए जमीन को मुक्त कराया। दरअसल आशीष सिंह ओवर हेड टैंक के नीचे खाली जमीन पर टीन शेड तैयार कर रहा था। निगम के चेतावनी के बाद वह शेड तो निकाल लिया था, किन्तु ईट की दीवार को नहीं हटाया था। बारिश में दुर्घटना की आशंका देखते हुए निगम कर्मियों ने दीवार को जेसीबी की मदद से हटाया।

सड़क पर कचरा, वसूला जुर्माना अतिक्रमण हटाकर लौट रही टीम ने गंदगी फैलाने पर दुकानदार से 2000 जुर्माना वसूला। जानकारी के मुताबिक नेवई स्थित निषाद फर्नीचर का संचालक लकड़ी का बुरादा सड़क पर फेक रहा था। चेतावनी के बाद भी गंदगी फैलाने पर कार्रवाई की गई।

सड़क पर मटेरियल निगम ने मार्ग अवरूद्ध करने पर मकान मालिक से 2000 जुर्माना राशि वसूल की। रूआबांधा निवासी मोहन यादव कच्चा मकान को पक्का बनाने का कार्य कर रहा है। वह भवन निर्माण सामग्री को सड़क पर रखा था। नागरिकों की लगातार शिकायत करने और मार्ग पूर्ण रूप से अवरूद्ध होने पर निगम ने कार्रवाई की।

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