दुर्ग: आय बढ़ाने 12 करोड़ खर्च कर बिना अनुमति बना दी दुकाने,आवंटन नहीं, हर महीने 3 लाख का हो रहा नुकसान

दुर्ग: जमीन के दस्तावेज नहीं, निगम के मंसूबों पर फिरा पानी, लोग हैं परेशान 11,79 करोड़ खर्च कर दुर्ग निगम ने दो कमर्शियल कॉन्प्लेक्स नलघर और गंजपारा नजूल की जमीन पर बनाए हैं किसी एक भी जमीन का दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। बावजूद इसका निर्माण कराया गया। इसकी वजह से निगम को होने वाली करीब 21,38 करोड़ की आय और 118 दुकानों का आवंटन अटक हुआ है इतना ही नहीं निगम क्षेत्र में ऐसे 19 निर्माण कराए गए जिनमें नजूल विभाग से जमीन के हस्ताक्षर की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई न ही अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया गया। राज्य सरकार के नगरी प्रशासन ने इस खुलासे के बाद जमीन निगम के नाम होने तक सभी दुकानों के आवंटन की अनुमति रोक लगा दी है
अनुमति देने के लिए जनवरी 2022 को चौथी बार दुर्ग निगम से कॉन्प्लेक्स का भूमि स्वामित्व दस्तावेज उपलब्ध कराने कहां है 2016 में अधोसरचना मद से इन दोनों प्रोजेक्ट को शुरू किया गया। काम हो भी गया। पर कागजी कार्यवाही के कारण सब अटका है

प्रोजेक्ट बनाते समय ध्यान नहीं दिया
प्रोजेक्ट को लेकर संजीव कासलीवाल को कसलटेट एजेंसी नियुक्त किया गया उसने एक प्रोजेक्ट का ड्राइंग डिजाइन तैयार किया प्रोजेक्ट की स्वीकृति के साथ ठेकेदार एमएस रवि को 12 जुलाई 2016 को वर्क आर्डर मिला 7,52 करोड़ रुपए अधोसंरचना मधु से फंड जुटाया गया लिफ्ट जुड़ने से खर्च 8.28 करोड़ हुआ कार्य पूरा करने में करीब 5 साल लगे 26 अक्टूबर 2018 तक 8.28 करोड़ का भुगतान हुआ कार्य की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठे बावजूद इसके कार्य एजेंसी को भुगतान कर दिया गया कोई जांच तक नहीं कराई गई

नलघर कॉन्प्लेक्स का काम हुआ पूरा
नलघर शॉपिंग कॉन्प्लेक्स की जमीन अब तक निगम के आधिपत्य मैं नहीं है इधर निगम के अफसर ने 10 अक्टूबर 2021 को बीसीसी याने की बिल्डिंग पूर्णता प्रमाण पत्र जारी कर दिया उसका दावा है कि शॉपिंग कांप्लेक्स में टेंडर की शर्तों के अनुसार सभी काम पूरे हो गए हैं जबकि अब तक जमीन के हस्ताक्षर की प्रक्रिया ही अधूरी है।

16 साल से बन रहा गंजपारा कॉन्प्लेक्स
वर्ष 2006 में रोम कंट्रक्शन को कार्य मिला ,36लाख रुपए के काम के बाद छोड़ दिया 12 जुलाई 2016 को ठेकेदार हेमंत देवांगन को काम दिया शुरुआत में 2,56 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट था आगे बढ़कर3,51 करोड़ों रुपए कर दिया गया शुरुआत आईडीएसएमटी योजना में की गई थी आगे की राशिअधोसंरचना मद में उपलब्ध हुई इसके बाद काम कराया

बी सी सी सर्टिफिकेट अब तक जारी नहीं
गंजपारा में शॉपिंग कॉन्प्लेक्स बनाने की शुरुआत 2016 में की गई थी पहली एजेंसी की विथ डा कर लेने के कारण 2016 नए एजेंसी को काम दिया गया उस अनुसार अब तक 15 साल हो गए हैं अभी भी शॉपिंग कॉन्प्लेक्स में काम बचा हुआ है प्रथम तल पर कुछ साफ सफाई और रेलिंग बनाने के काम बचा हुआ है इसके लिए ठेकेदार अतिरिक्त धनराशि मांग रहा है इसकी वजह से मामला अटका हुआ है

वर्जन:-एसके सुंदरानी तकनीकी आयुक्त नगर निगम दुर्ग
शासन से अनुमति लेकर ही निर्माण से जुड़े काम कराया, सभी विभागों से रिपोर्ट लेने के बाद शासन से अनुमति ली गई नगरी प्रशासन विभाग से अनुमति और राशि मिलने के बाद ही निर्माण शुरू हुआ।

वर्जन:-चंद्रिका चंद्राकर तकनीकी महापौर दुर्ग
मेरे कार्यकाल में इसे लेकर कोई आपत्ति नहीं हुई, निगम की आय बढ़ाने के लिए कॉन्प्लेक्स का निर्माण कराया गया नजूल की जमीन होने की जानकारी हमें तो अभी पता चल रही है जगह तो नलघर परिसर की है
वर्जन:-हरीश मंडावी आयुक्त नगर निगम दुर्ग
पुराने समय का काम इसे चेक कराया जा रहा , निगम के पुराने अफसर ने गलती की है नजूल की जमीन अपने नाम कराने के बाद शॉपिंग कॉन्प्लेक्स बनाया था जमीन अपने नाम किए बिना सबने शॉपिंग कॉन्प्लेक्स बना दिया अब सब की दुकानों का आवंटन नगर प्रशासन विभाग से रोक दिया है…
वर्जन:-धीरज बाकलीवाल महापौर दुर्ग
भाजपा के नेताओं ने सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया, दोनों शॉपिंग कॉन्प्लेक्स बनाने में तकनीकी भाजपा सरकार की गलती है सरकारी पैसे का दुरुपयोग है इसका शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है नियंता जो कार्यवाही बनेगी वह आगे की जाएगी फाइल चेक करा रहे है।

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