
दुर्ग । जिले की यातायात व्यवस्था को सुगम, सुरक्षित और जागरूक बनाने के उद्देश्य से यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा लगातार विभिन्न स्तरों पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक नियमों के पालन, दुर्घटनाओं की रोकथाम तथा आम नागरिकों को यातायात के प्रति जागरूक करने जैसे कार्यों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 45 ट्रैफिक मितानों को दिनांक 06 जून को पुलिस कंट्रोल रूम, भिलाई में आयोजित एक कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ट्रैफिक मितान यातायात पुलिस के सहयोगी बनकर जिलेभर में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैला रहे हैं। जब आम नागरिक पुलिस के साथ मिलकर किसी सामाजिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में सहयोग करते हैं, तब उसका प्रभाव अधिक गहराई तक जाता है। ट्रैफिक मितान सड़क पर बैठे मवेशियों को हटाने, दुर्घटनाओं में घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने, जरूरतमंदों के लिए रक्तदान को बढ़ावा देने जैसे कार्यों में भी तत्परता से मदद कर रहे हैं।
इसके साथ ही आमजन को यातायात नियमों की जानकारी उनकी स्थानीय भाषा में समझाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ी भाषा में ट्रैफिक जागरूकता से संबंधित जिंगल तैयार किए जा रहे हैं, जिन्हें जल्द ही प्रसारित किया जाएगा, ताकि लोग आसानी से नियमों को समझ सकें और उनका पालन करें। ग्रामीण अंचलों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी लोगों को सरल व प्रभावी ढंग से यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी, जिससे जागरूकता का दायरा और भी अधिक व्यापक हो सके।
यातायात पुलिस द्वारा “ऑपरेशन सुरक्षा” अभियान के तहत जिले के प्रमुख चार बिंदुओं पर कार्य किया जा रहा है। इसमें सड़कों और चौराहों की अभियंत्रण संबंधी खामियों को दूर करना, अतिक्रमण और अवैध कब्जों को हटाना, वाहन चालकों को नियमों के पालन हेतु प्रेरित करना और लापरवाह चालकों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करना शामिल है। यह संपूर्ण अभियान सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और जनजीवन की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए संचालित किया जा रहा है।
इस अवसर पर खुर्सीपार क्षेत्र के एक ट्रैफिक मितान द्वारा किए गए नवाचार का विशेष उल्लेख किया गया, जिसमें उन्होंने गौवंश के सींगों पर रेडियम पट्टियाँ लगाकर रात के समय उन्हें दृश्य रूप में लाने का प्रयास किया, जिससे वाहन चालकों को दुर्घटनाओं से बचने में सहायता मिल रही है। यह पहल अन्य ट्रैफिक मितानों के लिए प्रेरणादायी साबित हो रही है।
ट्रैफिक मितान आज केवल सहयोगी नहीं बल्कि यातायात पुलिस के मजबूत स्तंभ के रूप में कार्य कर रहे हैं, जिनके प्रयासों से न केवल व्यवस्था सशक्त हो रही है, बल्कि आमजन में सड़क सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता भी बढ़ रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने सभी मितानों के योगदान की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि वे आगे भी इसी तरह सक्रिय रहकर समाज को सुरक्षित और जागरूक बनाने में अपना योगदान देते रहेंगे।