
दुर्ग । पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग ने अपने कार्यालय में दुर्ग, बालोद और बेमेतरा जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक आयोजित की। बैठक में कानून-व्यवस्था की वर्तमान स्थिति, नई चुनौतियाँ और आगामी कार्ययोजना पर चर्चा की गई। अधिकारियों को नए आपराधिक कानूनों की गहन समझ और सही अनुपालन पर ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
स्थानीय और संगठित अपराधों की रोकथाम के लिए क्षेत्रीय विश्लेषण आधारित योजना बनाने की बात कही गई। जनसंवेदनशील स्थानों पर पुलिस उपस्थिति बढ़ाने, निगरानी तंत्र को मजबूत करने और अपराधियों पर लगातार कार्रवाई करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। पुराने लंबित मामलों का शीघ्र निराकरण और गंभीर मामलों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए।

थानों में आने वाले नागरिकों की शिकायतों को निष्पक्ष, संवेदनशील और समयबद्ध ढंग से सुनने की पारदर्शी व्यवस्था पर जोर दिया गया। रामगोपाल गर्ग ने कहा कि जनता का विश्वास तभी बनता है जब उनकी बात सुनी जाती है और उस पर उचित कार्रवाई होती है।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि गश्त को प्रभावी बनाने के लिए आधुनिक संसाधनों और बेहतर समन्वय की आवश्यकता जताई गई। विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित पेट्रोलिंग और चेकिंग को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए।
तकनीकी संसाधनों के उपयोग पर जोर देते हुए ‘त्रिनयन सीसीटीवी मॉनिटरिंग सिस्टम’, ‘सशक्त एप’ और ‘आईओ मितान ऐप’ के नियमित उपयोग और अपडेट की आवश्यकता बताई गई। इन प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए निगरानी को बेहतर और विवेचना प्रक्रिया को पारदर्शी एवं सटीक बनाने की बात कही गई।
बैठक में दुर्ग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, बेमेतरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू और बालोद के पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल उपस्थित रहे।