
धमतरी। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली में अप.क्र. 327/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 204, 319(2), 331(3), 61(2) एवं 3(5) के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के निर्देशन में अलग–अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया।
पुलिस ने सायबर सेल के सहयोग से तकनीकी साक्ष्यों का गहन विश्लेषण किया। इसके बाद गठित टीमों को नागपुर (महाराष्ट्र), दुर्ग, रायपुर, बालोद एवं दल्लीराजहरा (छत्तीसगढ़) की ओर आरोपियों की तलाश में रवाना किया गया। निरंतर प्रयासों और तकनीकी इनपुट के आधार पर सभी आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर धमतरी लाया गया।
आरोपियों से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि उन्हें प्रार्थी के घर में करीब 200 करोड़ रुपये रखे होने की सूचना मिली थी। इसी लालच में आरोपियों ने आपस में संपर्क कर सुनियोजित षड्यंत्र रचा और फर्जी इनकम टैक्स टीम का गठन कर घटना को अंजाम दिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपराध स्वीकार किया, वहीं प्रार्थी द्वारा भी घटना में शामिल आरोपियों की विधिवत पहचान की गई।
आरोपियों के पृथक–पृथक मेमोरेंडम कथन के आधार पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चारपहिया वाहन (टाटा सफारी, स्विफ्ट डिजायर एवं एक अन्य कार), आपसी संपर्क में उपयोग किए गए मोबाइल फोन तथा नकदी रखने के लिए इस्तेमाल की गई जूट बोरी को गवाहों के समक्ष विधिवत जप्त किया है। पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने पर सभी आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपी:
- बबलु अजबराव नाइक उके (43 वर्ष), नागपुर, महाराष्ट्र
- अर्पण उत्तम मेश्राम (25 वर्ष), नागपुर, महाराष्ट्र
- अमन उत्तम मेश्राम (26 वर्ष), नागपुर, महाराष्ट्र
- संजय जगतराव शिवरिया उर्फ बाला (52 वर्ष), नागपुर, महाराष्ट्र
- दीपक मोहन वर्ड (22 वर्ष), नागपुर, महाराष्ट्र
- संजय रामटेके (34 वर्ष), बालोद, छत्तीसगढ़
- गजेन्द्र कुमार साहू उर्फ गजेंद्र (31 वर्ष), दल्लीराजहरा, बालोद
- विवेक उर्फ विक्की कोर्सवाडा (33 वर्ष), दुर्ग
- उमेश साहू (30 वर्ष), धमतरी
- जितेन्द्र कुमार बघेल (32 वर्ष), बालोद/रायपुर
- चेतन साहू (44 वर्ष), बालोद
- श्रवण ध्रुव (38 वर्ष), धमतरी
आपराधिक रिकॉर्ड:
आरोपी दीपक मोहन वर्ड के विरुद्ध थाना पारसिवनी, नागपुर में पूर्व से अपराध पंजीबद्ध है। वहीं आरोपी अमन उत्तम मेश्राम के खिलाफ नागपुर सिटी के नंदनवन थाने में आर्म्स एक्ट सहित हत्या जैसे गंभीर मामलों में प्रकरण दर्ज पाए गए हैं।
पुलिस द्वारा मामले की विवेचना आगे जारी है और अन्य संभावित लिंक की भी जांच की जा रही है।