विस्तार गोविंदा चौहान l भिलाई। ग्राम पंचायत जेवरा जनपद पंचायत दुर्ग को ओडीएफ प्लस मॉडल श्रेणी प्राप्त करने के बाद स्थायित्व बनाए रखने के लिए प्रशांत गौतम सरपंच ग्राम पंचायत जेवरा द्वारा गीला एवं सुखा कचरा को लेकर जागरुकता अभियान चलाया गया। इस दौरान प्रचार-प्रसार रैली भी निकाली गई। साउण्ड माइक से प्रचार-प्रसार भी किया गया। घर-घर कचरा एकत्र करने वाले रिक्शा को स्वयं गांव में चलाकर ग्रामीणों को जागरूक करने का प्रयास किया रैली में तकनीकी सहायक तुकेश द्वारा भी ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए रिक्शा चलाकर सूखा कचरा स्वसहायता समूह की महिलाओं को देने के लिए प्रेरित किया गया। गांव में ओम नमः शिवाय स्वसहायता समूह की चार स्वच्छाग्राही महिला द्वारा प्रतिदिन घर-घर जाकर कचरा एकत्रिकरण किया जा रहा है ग्राम सरपंच द्वारा जानकारी दी गई की प्रति महिला को 5000 रूपये मासिक मानदेय की दर से कुल 20000 रूपये दिया जा रहा है ग्राम में गीत एवं माइक के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने वाले जिला दुर्ग का प्रथम गांव जिनके द्वारा गांव में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन को सुचारू रूप से चलाने के लिए अभियान के रूप में लक्ष्य लिया गया है तथा ग्राम मेें आडियो विजुअल के माध्यम से निरंतर प्रसार-प्रसार किया जायेगा।


अश्वनी देवांगन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग द्वारा जानकारी दी गई की कलेक्टर दुर्ग के मार्गदर्शन में लगातार सभी ग्राम पंचायतों में निरंतर इस प्रकार की जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे जिसमे ओडीएफ मॉडल के स्थायित्व को बनाए रखने के लिए निरंतर ग्रामीणों को जानकारी देकर व्यवहार परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जावेगा। प्रचार-प्रसार के इस अभियान मेें गाम पंचायत जेवरा के पंच किरण, भागीरति सपहा रोजगार सहायक, मिनेश, उमेश्वरी स्वच्छताग्राही समूह, – गिरीश माथुरे, जिला समन्वयक, स्वच्छ भारत ग्रामीण संकुल समन्वयक- डामिन साहू तकनीकी सहायक श्वेता,ग्रामीण जन दुरपति, कुमारा मटियारा, मोंगरा यादव, पद्मा ढिमर, ताम्रध्वज पटेल, तुकेश्वर देशमुख, दुर्गेश साहू, शंकर साहू, लुदुराम साहू, वन्दना यादव, रजंनी साहू स्वच्छता रैली में सम्मिलित होकर अपना सक्रिय योगदान दिया गया।
