रेलवे पटरी पर सोते समय ट्रेन की चपेट में आए मजदूर, दो की मौत, दो घायल

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में मजदूरी कर लौट रहे चार मजदूरों के साथ दर्दनाक हादसा हो गया। दल्लीराजहरा-कुसुमकसा रेल खंड के बीच मंगलवार सुबह करीब 4 बजे मालगाड़ी की चपेट में आने से दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी मजदूर झारखंड के रहने वाले हैं और ठेकेदार के व्यवहार से परेशान होकर रातों-रात अपने घर की ओर पैदल लौट रहे थे।

मजदूरों ने बताया कि उन्हें एक ठेकेदार द्वारा दल्लीराजहरा क्षेत्र में काम पर लाया गया था, लेकिन मजदूरी के 600 रुपए की जगह सिर्फ 400 रुपए दिए गए। जब विरोध किया गया तो ठेकेदार के लोगों ने मारपीट की। डर के कारण सभी मजदूर रात में ही करीब 25-30 किलोमीटर पैदल चलकर वापस लौटने लगे। थकावट की वजह से वे रेलवे पटरी के किनारे बैठे थे, वहीं नींद लग गई और हादसा हो गया।

हादसे में ढिल्लू राय और कृष्णा राय की मौत हुई, जबकि अजय राय और विकास हेमरम घायल हैं। अजय राय ने बताया कि हादसे के वक्त वे गहरी नींद में थे, अचानक ट्रेन की टक्कर से नींद खुली तो देखा कि दोनों दोस्त कट चुके हैं और विकास घायल पड़ा है। अन्य साथी मदद के लिए दौड़ते नजर आए।

मजदूर संतोष मरांडे ने बताया कि उन्हें सिर्फ इतनी जानकारी थी कि दुर्ग से झारखंड के लिए ट्रेन मिल सकती है, इसलिए सभी पटरियों के सहारे घर लौट रहे थे। हादसे के समय कुछ साथी करीब 200 मीटर आगे निकल चुके थे। ट्रेन की आवाज सुनकर उन्होंने पीछे फोन लगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक हादसा हो चुका था।

घायल विकास हेमरम ने बताया कि सभी मजदूर 18 से 25 वर्ष की उम्र के हैं और अपने गांव से पहली बार बाहर आए थे। गांव की गरीबी से निकलकर सपने लेकर आए थे, लेकिन अब दोस्तों के शव लेकर लौट रहे हैं।

कुसुमकसा स्टेशन मास्टर टी. ठाकुर ने बताया कि सुबह 3:42 बजे मालगाड़ी कुसुमकसा से दल्लीराजहरा के लिए रवाना हुई थी, जिससे हादसा हुआ। घटना की सूचना सुबह 4:45 बजे गेटमैन को दी गई थी, जिसके बाद रेलवे और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल का दृश्य बेहद दर्दनाक था। शव क्षत-विक्षत हालत में मिले और घायलों को अस्पताल भेजा गया। पुलिस द्वारा घटना की जांच की जा रही है।

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