
बस्तर। बस्तर में अवैध रूप से निर्मित चर्चों को तोड़े जाने के बयान पर ईसाई समाज ने कड़ी आपत्ति जताई है। जनजातीय मसीह सेवा एवं शैक्षणिक कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने धर्मांतरण के आरोपों को खारिज करते हुए चर्चों को तोड़े जाने वाले बयान पर आक्रोश जताया है।इस मामले में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज एवं विभिन्न हिन्दू संगठनों ने पत्रवार्ता कर बस्तर में जबरन धर्मांतरण किए जाने का आरोप लगाया था। समाज के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजा राम तोड़ेम ने बस्तर में अवैध चर्चों को चिन्हित करने की बात कहते हुए अवैध चर्चों को तोड़ने की बात कही थी।अब ईसाई समाज के संगठनों ने इस बयान पर आपत्ति दर्ज कराई है। जनजातीय मसीह सेवा एवं शैक्षणिक कल्याण समिति के संभागीय अध्यक्ष सरपत मंडावी ने अवैध धर्मांतरण और चर्चों के निर्माण का आरोप लगाने वालों को प्रमाण प्रस्तुत करने की चुनौती दी है।