रवि मिश्रा/ भिलाई। आठ वर्षीय बच्ची के साथ पुलिस लाइन मे पदस्थ आरक्षक पर 8 वर्ष की नबलिक बच्ची पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगने का मामला सामने आया है। पुलिस कार्रवाई नही होने पर हताश परिजनों ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक विवेक पोद्दार बैच नम्बर 829 है। जो छावनी थाने में पदस्थ नही रहते हुए भी पावर हाउस के आसपास महिलाओं व युवतियों के साथ रोज छेड़खानी की वारदात को बेड़क होकर वर्दी की मर्यादा को तार तार करते हुए महिलाओ की अस्मिता से खेल रहा है।पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि 14 जुलाई को शुलभ शौचालय जाते समय माँ और बेटी साथ जा रही थी। उसी समय रंगीन मिजाज पुलिस आरक्षक विवेक फोद्दार ने 8 वर्षीय नाबालिक बेटी का हाथ पकड़कर उसे अपने साथ चलने के लिए मजबूर करते हुए कहा की मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता मेरे पास पुलिस की पवार है जो चाहे कर सकता हु। मेरे साथ चलो ये कहते हुए आरक्षक ने जोर जबरदस्ती करते हुए बच्ची के सीने पर हाथ डाल दिया। बच्ची की माँ साथ ही थी माँ के चीखने चिल्लाने पर आरक्षक विवेक भाग निकला। इसके अलावा कई बार आरक्षक विवेक पोदार बेटी के साथ छेड़खानी कर चुका है। जिसका विरोध करने पर अपनी वर्दी की धौंस दिखाकर लोगो को डरा धमका कर शांत करवा देता है। परिजनों ने बराया की विवेक दिन प्रति दिन एक वहसी दरिंदे के तरह लड़कियो और महिलाओ के प्रति काल बनता जा रहा है जिसपर लगाम लगाने के लिए दुर्ग पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई गई है। और उम्मीद है की उनके द्वारा ऐसे घिनौने कृत्य करने वाले वहसी दरिंदे पर करवाई जरूर होंगी। मासूम बच्ची के साथ आरक्षक के इस घिनौने कृत्य से वह मानसिक रूप से परेशान हो गई है। घर के बाहर निकलने पर भी उसे अब डर लगने लगा है। परेशानी से बचने के लिए परिजन ने सीएम, गृहमंत्री, एसपी, कलेक्टर और महिला आयोग से लिखित में शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। और कहा की इस दरिंदे से उनकी मासूम बच्ची को मुक्ति दिलाई जाये अब देखना है। लड़कियों से अभद्र कृत्य व छेड़खानी करने वाले उक्त आरक्षक पर पुलिस अधीक्षक दुर्ग द्वारा किस तरह की करवाई कर न्याय दी जाती है। परिजन न्याय की उम्मीद मे बैठे है।



