भिलाई: चुनाव आने पर लोगो द्वारा भोली भाली जनता को प्रत्यासियों द्वारा तरह तरह के लुभावने सपने दिखाए जाते है लेकिन वही चुनाव जीतते ही नेता जी अपने द्वारा किये गए लुभावने वादों को भूल ही जाते है।
बता दे की ऐसा ही एक मामला सुपेला के एक वार्ड का है जहां वर्षो से सट्टे का अवैध कार्य करने वाले सट्टा संचालक को नेतागिरी का शुरूर चढ़ा और उसने नेता बनने की चाह में जनता को सारे अवैध कार्य बंद करने वादा कर दिया भोली भाली जनता ने उसकी बातो पर यकीन कर जोर सोर से इसका साथ देकर उसकी पत्नी को अपना नेता चुन लिया लेकिन वही कुछ माह बीतते ही पार्षद पति अपने पार्षद पत्नी के द्वारा जनता से किये वादों को भुलाते हुए फिर से सट्टे का अवैध कारोबार संचालित कर दिया है। जिसकी चर्चा वार्ड सहित अगल बगल के वार्डो में भी हो रही है।चाह कर भी पुलिस उसपर कोई कार्यवाई नहीं कर पा रही और करे भी कैसे वो कहावत तो आप ने सुनी ही होंगी “ज़ब सईया भये कोतवाल तो डर काहे का” सत्ताधारी दल के पार्षद होने के कारण पुलिस चाह कर भी कोई कार्यवाई नहीं कर पा रही।
