
बीजापुर । बीजापुर में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं और 2 जवान शहीद हुए हैं। मारे गए नक्सलियों में वेस्ट बस्तर डिवीजन सचिव डीव्हीसीएम हुंगा कर्मा और पीएलजीए प्लाटून नंबर 11 कमांडर मंगु हेमला जैसे कुख्यात नक्सली शामिल हैं।
हुंगा कर्मा – डीव्हीसीएम, वेस्ट बस्तर डिवीजन, इनाम 8 लाख रुपये।

मंगु हेमला – निवासी सावनार, थाना गंगालूर, पीपीसीएम प्लाटून नंबर 11 कमांडर, इनाम 5 लाख रुपये।

- सुभाष ओयाम – एसीएम, नेशनल पार्क एरिया कमेटी, इनाम 5 लाख रुपये।

- सन्नू – एसीएम, गंगालूर एरिया कमेटी, इनाम 5 लाख रुपये।

- रमेश – नेशनल पार्क एरिया, पार्टी सदस्य, इनाम 2 लाख रुपये।

मुठभेड़ में घायल डीआरजी आरक्षक जग्गू कलमू और एसटीएफ आरक्षक गुलाब मंडावी को भारतीय वायु सेना ने एयरलिफ्ट कर रायपुर पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है और फिलहाल दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि पिछले 40 दिनों में बस्तर में 65 माओवादी मारे गए, जिनमें से 56 सिर्फ बीजापुर जिले में मारे गए हैं। उन्होंने माओवादियों से हिंसा छोड़ आत्मसमर्पण करने की अपील की है, अन्यथा कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।
मुठभेड़ स्थल से जवानों ने AK-47, SLR, INSAS, .303 रायफल, रॉकेट लॉन्चर, बीजीएल लॉन्चर, IED समेत भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया है। बस्तर जिले के पुलिस अधीक्षक कमल लोचन कश्यप ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में से 5 की पहचान कर ली गई है, जबकि शेष की शिनाख्त जारी है।

मुठभेड़ में शहीद हुए डीआरजी प्रधान आरक्षक नरेश ध्रुव और एसटीएफ आरक्षक बासित रावटे को बीजापुर स्थित शहीद वाटिका में श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर से उनके गृह जिले बालोद और बलौदाबाजार भेजा गया।
बस्तर जिले के पुलिस अधीक्षक कमल लोचन कश्यप ने बताया कि मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के शवों को बरामद करने के लिए सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में से कुछ के शवों को नक्सलियों ने अपने साथ ले गए हैं।